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कबीर सिंह

शहीद कपूर की फिल्म कबीर सिंह को लेकर मीडिया में जिस प्रकार की खबरें आ रही हैं

हालांकि मैंने फिल्म देखा नहीं और शहीद कपूर जैसे कलाकारों की फिल्में थिएटर तो क्या यूट्यूब पर मुफ्त में देखने के पहले भी सोचना पड़ता है खैर !

तो जिस तरह का कथानक है फिल्म का, जैसा कि बताया जा रहा है

और जिस ढंग से फिल्म अब तक कमा चुकी है

उससे तो यही समझ आता है
कि
हमारा समाज सड़ चुका है

वैसे इसके पहले भी

संजय दत्त पर बनी फिल्म की कमाई ने यह सिद्ध कर दिया
कि
भारतीय समाज किस हद तक मानसिक दिवालिएपन का शिकार हो चुका है

खैर !

मैं सिर्फ इतना ही कहूँगा
कि
यदि आप भी ऐसी फिल्मों के दर्शक हैं

तो यकीन मानिए

आपकी मानसिक अवस्था भी ठीक नहीं है

कुछ दिन शांति से अपने परिवार वालों के साथ समय बिताएँ
अच्छी किताबें पढ़ें
सही-गलत पर विचार करना शुरू करें

क्यूंकि आपका दिमाग अब कूड़ादान बन चुका है

जिसे साफ करने की जरूरत है

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