Skip to main content

भारत मे कम्युनिस्ट

जब भी कोई कम्यूनिस्ट दिखे वामपंथी दिखे कामरेड-कामरेड चिल्लाता हुआ दिखे

तो

उसको पूछो

कि

"भई ये वामपंथी में वाम का क्या अर्थ है ?

कहाँ के बाईं ओर का रास्ता पकड़ लिए हो

और ये कामरेड का मतलब क्या है

हिन्दी तो नहीं लगता हिन्दी तो छोड़ो भारतीय भी नहीं लगता

तो कौन सी भाषा का शब्द है ये

और इसका हिन्दी क्या है

हिन्दी या कोई भारतीय भाषा में वही शब्द इस्तेमाल करने में शर्म आती है क्या ?

तो मतलब ये मान रहे हो ना कि कामरेड और वामपंथी मानसिक तौर पर विदेशी गुलाम हैं "

और जब वो सामने वाला चिड़चिड़ा जाए

तो उससे पूछो

कि

"क्या आप सेकुलर हो ?"
"क्या आप अल्प-संख्यकों के साथ हो ?"

उसका उत्तर definitely "हाँ" होगा

तो सामने वाले को तरीके से झिड़क दो

और पूछो

कि

"तुम पक्के से कम्यूनिस्ट ही हो ना ?
communism के कान्सैप्ट पता हैं भी कि नहीं ?

अच्छा बताओ जरा communism में धर्म की अवाधारना को लेकर क्या कहा गया है"

Comments

Popular posts from this blog

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम-त्याग पुरूष

श्रीराम ऐसा क्या था उस इंसान में जिसके जाने के हजारों साल बाद भी उनके देश के लोग उन्हें याद करते है। अयोध्या में जन्मे इस महापुरुष को क्यों मर्यादा पुरुषोत्तम अर्थात सभी पुरुषों में सबसे उत्तम क्यों कहा जाता है ?क्यों सारी दुनिया इस इंसान के अयोध्या लौटने के दिन पर खुशियां मानती है? श्रीराम की ज़िंदगी पूरी तरह त्याग,संघर्ष और बहुत निराशाओं से भरी थी फिर भी उन्हें अब तक का सबसे अच्छा राजा माना जाता है,और रामराज्य एक पैमाना बन गया किसी राज्य  की खुशहाली को मापने का। पर इन सभी उपलब्धियों ,प्यार और प्रसिद्धि के पीछे उस इन्सान को बहुत सी चीज़े त्यागनी पड़ी और बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा,जिसका सामना उन्होंने बहुत ही बहादुरी से किया जो उनकी बहादुरी को दर्शाता है। श्रीराम अपने परम पूजनीय पिता दशरथ से बहुत ही ज्यादा प्रेम करते थे ,दशरथ भी अपने लाड़ले राम उतना ही प्यार करते थे।श्रीराम जब अयोध्या के युवराज थे और बस राजा बनने ही वाले थे तो बस अपने पिता को दिए वचन को पूरा करने के लिए वो 14 साल के वनवास पर चले गए।शास्त्रो और वेदों का ज्ञान था उन्हें सभी योद्धाओ में महान थे।दिखने में सबसे...

सरकारी नौकरी

दरअसल अंग्रेजों के दौर से भारत में एक बहुत ही गलत प्रवृत्ति ने जन्म लिया और वो है नौकरी करना शान की बात है दरअसल अंग्रेजों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को इस बुरी तरह बर्बाद कर द...