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अभिव्यक्ति की आज़ादी

जो लोग लोकतन्त्र के समर्थक हैं

उन्हें कमल हासन से लेकर उन तमाम लोगों की "अभिव्यक्ति की आज़ादी' पर ध्यान देना चाहिए

और विचार करना चाहिए

कि

यह देश के लिए कितना खतरनाक है

बिहार में एक मुस्लिम इंजीनियरिंग छात्र ने सोश्ल मीडिया पर आपत्तीजनक पोस्ट डाला
पुलिस ने अंदर कर दिया
तो कहता है कि फ़ालोवर्स बढ़ाने के लिए किया था यह कार्य

सोचिए !

यह जो अभिव्यक्ति की आज़ादी बताई आ रही है

वो किस दिशा में देश को ले जा रही है

सस्ती लोकप्रियता के लिए आप देश बेच खाएं !

यह है लोकतन्त्र ???

विनोद दुआ की बेटी ने जो कहा है

वो सही मायने में विनोद दुआ ने अपनी बेटी को क्या संस्कार दिया है यह बताता है

और ये विनोद दुआ देश के जाने-माने पत्रकारों में से एक है

ऐसे लोग पैदा किए हैं लोकतन्त्र ने

रवीश कुमार ने फ़ेसबुक पर गालियों भरे संदेश का स्क्रीन
शॉट डाला है
निहायत ही भद्दी गालियां
जो यदि किसी ने आपको लिखा हो
तो आप कभी हिम्मत नहीं करेंगे कि उसका स्क्रीन शॉट लेकर सोश्ल मीडिया पर डालें

एक सामान्य आदमी ऐसा नहीं कर सकता

रवीश कुमार ने ऐसा क्यूँ किया ?

क्या बताने कि उसे परेशान किया जा रहा है ?

ना !

अरे भैया आपके पास तो गाली देने वालों का मोबाइल नंबर है गाली वाला मैसेज है
आप अपनी पूरी एनडीटीवी टीम लेकर पुलिस थाने में धावा बोल देते
कि
इन अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए

लेकिन नहीं !
आप सोश्ल मीडिया में उसे पोस्ट कर सहानुभूति पाना चाहते हैं
और
राष्ट्रवाद को उससे जोड़कर दिखा रहे हैं

और लिखते हैं कि यह मैं भारत माता को समर्पित कर देता हूँ

ये हैं भारत के नामी पत्रकार !

और ये है लोकतन्त्र

कैसे आप मुद्दों को अपनी सुविधानुसार अपने मालिकों की इच्छानुसार इधर-उधर घुमाते हो

कुछ मीडिया वाले तो सिर्फ यहबताने में जुटे हुए हैं

कि

देश भर में कश्मीरियों के साथ अत्याचार हो रहा है और ऐसा करने से कश्मीर हाथ से निकल जाएगा

ताकि लोगों का मुख्य मुद्दे से ध्यान भटक जाए
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